चल पड़ी एक कहानी, अनहद और अंजलि की
 
     दस सालों का सफर
 
      
     
      
     
      
     
      
     मुश्किलों के हाथों में, मिली मुस्कानों की ज्यों बौछार
 
      
      
     
      
     
      
     अंजलि की हंसी, अनहद की मुस्कान
 
     साथ बिताए लम्हों में, हो गई राहों की रोशनी
 
      
     
     
     
                                       
                                       
                                       
                                       
                                       
                                       
                                       
                                       
                                       
                                       
                                       
                                      